पिता का साया -24-Apr-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 24/04/2024
पिता का साया
धूप में हो साया जैसे पिता ,
पेड़ की लंबी लताओं के जैसे पिता।
अंधेरो में कर देते जो उजाला
ऐसे दीपक के जैसे पिता।
परिवार की खुशियों का रखते ख्याल,
सबकी दुआओं के जैसे पिता।
दिल की बात समझते बेटियों की,
ऐसे दोस्त के जैसे पिता।
सही मार्ग का ज्ञान कराते बेटो को,
मार्गदर्शक के जैसे पिता ।
धरती पर ईश्वर का रूप ,
रेगिस्तान में जल जैसे पिता ।
पौधो पर लगते जब फूल
उन फूलो की खूशबू जैसे पिता।
शाहाना परवीन'शान'...✍️
Mohammed urooj khan
25-Apr-2024 11:48 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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